नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब आशा करते आप सब बहुत ही अच्छे होंगे, आज 4 जुलाई को “Maa Kaali : The Story Of Motherland” फिल्म की टीज़र Youtube पर रिलीज हो गया और बस कुछ ही घंटे में देखते देखते लाखों लोगों ने पसंद किया, एक बार फिर से भारतीय सिनेमा घरों में मूवी टिकट लेने के लिए लम्बी कतारे देखने को मिलेंगी, क्योंकि इस फिल्म की कहानी ही कुछ ऐसी है, तो चलिए देखते हैं कि ये फिल्म किस चीज पर आधारित है और इस बार यह बंगाल की इतिहास को फिर से सामने ला पायेगा या फिर विवादों में रहकर फिल्म बैन हो जाएगा |
Maa Kaali Teaser में क्या ख़ास है ?
अभी तक तो आपने मां काली मूवी का टीजर देख ही लिया होगा टीजर में हम देखते हैं कि इसकी शुरुआत 1946 से हो रही है जिसमें की कुछ लोग बात करते दीखते हैं कि अंग्रेज अब देश छोड़कर जा रहे हैं और यह अपनी हुकूमत हिंदुओं को देकर जा रहे हैं जिसमें मुस्लिम पक्ष ये बोलते हुए दिखता है कि हमने 500 वर्ष तक इन पर राज किया है और अब हम उनके नीचे रहेंगे हम ऐसा नहीं होने देंगे और इसी को देखते हुए बंगाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री सुहरावर्दी ने “प्रत्यक्ष कारवाई दिवस” का ऐलान किया और उस दिन या तो हिंदुओं को मुस्लिम बनाने की कोशिश की गई या फिर उनको मार दिया गया और इसे इतिहास के पन्नों से गायब ही कर दिया गया जो कि यह फिल्म सभी को एक बार फिर से याद दिलाने के लिए आई है |
माँ काली फिल्म में दिखाया जायेगा जिस इतिहास को छुपा दिया गया
मां काली मूवी का टीजर में हम साफ-साफ देख सकते हैं कि यह दिखाने की कोशिश की गई है कि एक ऐसा इतिहास जिसे इतिहास के पन्ने से हटा दिया गया और उसे छुपा दिया गया, आज के युवा को अपने देश के स्वतंत्रता संग्राम की इतिहास पता ही नही होगा, इतनी बड़ी घटना को कैसे इतिहास से गायब कर दिया गया, माँ काली मूवी उन युवाओं को फिर से याद दिलाने का काम करेगी और इस मूवी के टीज़र के निचे हमें देखने को मिलता है की ये कहानी उन हिन्दुओ का है –
“इतिहास मिटा दिया गया!
वर्तमान दमन का शिकार!
और भविष्य खतरे में!
बंगाल में आपका स्वागत है (1946-वर्तमान)
प्रत्यक्ष कारवाई दिवस के नरसंहारों की भुला दी गई गाथा और आज तक हिन्दुओं के लगातार उत्पीड़न की दास्तान”
Maa Kaali Movie किस घटना पे आधारित हैं ?
मां काली द स्टोरी ऑफ़ मदरलैंड यह मूवी 16 अगस्त 1946 को घटी घटना “प्रत्यक्ष कारवाई दिवस”(Direct Action Day) के ऊपर आधारित है, यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है।
Direct Action Day का इतिहास और घटनाएं
डायरेक्ट एक्शन डे 16 अगस्त 1946 को मुस्लिम लीग द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन था। इसे ‘ग्रेट कलकत्ता किलिंग'(Great Kolkata Killing) के नाम से भी जाना जाता है। इस घटना के पीछे का मुख्य उद्देश्य भारत के विभाजन और पाकिस्तान के गठन की मांग को प्रकट करना था।
Maa Kaali फिल्म में किस घटनाओं का विवरण दिखाया गया हैं
16 अगस्त 1946 को कोलकाता में मुस्लिम लीग ने एक विशाल विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। इस दिन को ‘डायरेक्ट एक्शन डे’ के रूप में मनाने का आह्वान किया गया। इस प्रदर्शन ने जल्द ही हिंसक रूप ले लिया और शहर में दंगे भड़क उठे।
हिंसा चार दिनों तक चली, जिसमें हजारों लोग मारे गए और कई घायल हुए। इन दंगों में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों ने भाग लिया और बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ।
Direct Action Day का मुख्य कारण
विभाजन की मांग: मुस्लिम लीग के नेता मोहम्मद अली जिन्ना ने मुसलमानों के लिए एक अलग राष्ट्र, पाकिस्तान की मांग की थी। उन्हें लगता था कि स्वतंत्र भारत में मुसलमानों के अधिकार सुरक्षित नहीं रहेंगे।
संविधान सभा में भागीदारी: मुस्लिम लीग संविधान सभा में बराबर की भागीदारी चाहती थी, लेकिन कांग्रेस ने इसे स्वीकार नहीं किया। जिन्ना ने इसे मुसलमानों के हितों के खिलाफ माना।
ब्रिटिश सरकार का रवैया: ब्रिटिश सरकार ने भी मुस्लिम लीग और कांग्रेस के बीच तनाव को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई।
Direct Action Day का जिम्मेदार कौन ?
हालांकि इस घटना के पीछे मुस्लिम लीग के बहुत सारे सदस्यों का हाथ था लेकिन इनमें से दो महत्वपूर्ण व्यक्तियों के नाम मोहम्मद अली जिन्ना और सुहरावर्दी था, बाकी की जानकारी हमें Maa Kaali: The Motherland Story Movie देखकर ही समझ आएगी की आखिरकार उस दिन हुआ क्या था और इसके पीछे का असल जिम्मेदार कौन कौन था |
हमें मां काली मूवी के टीजर में दो प्रमुख नाम देखने को मिलते हैं जो की –
1.मोहम्मद अली जिन्ना: मुस्लिम लीग के नेता और पाकिस्तान की मांग के प्रमुख प्रवक्ता। उन्होंने डायरेक्ट एक्शन डे का आह्वान किया था।
2.सुहरावर्दी: बंगाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री, जो मुस्लिम लीग के सदस्य थे। उन्होंने भी इस आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
Direct Action Day से क्या फर्क पड़ा ?
16 अगस्त 1946 की घटना Great Kolkata Killing के बाद से हमें मुख्य तीन परिणाम देखने को मिले
विभाजन की प्रक्रिया तेज: डायरेक्ट एक्शन डे के बाद भारत में सांप्रदायिक तनाव और बढ़ गया, जिससे विभाजन की प्रक्रिया तेज हो गई।
मानव जीवन की क्षति: बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु और संपत्ति का विनाश हुआ।
ब्रिटिश हस्तक्षेप: ब्रिटिश सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप किया, लेकिन इसे पर्याप्त नहीं माना गया।
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Maa Kaali Movie Cinema घरो में कब रिलीज होगी ?
दोस्तों फिलहाल अभी इस चीज की जानकारी नहीं बताई गई है लेकिन ऐसा आशा है कि यह फिल्म दिसंबर तक सिनेमा घर में देखने को मिल सकती है और यह फिल्म काफी विवादों में भी रहेगी क्योंकि इसमें हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच में हिंसा को लेकर जो कहानी है उसको दिखाया जाएगा, इसीलिए इस पर राजनीति भी होने की आशंका है |
Maa Kaali : The Story of Motherland में मुख्य अभिनेता कौन कौन
Cast – अभिनेत्रियों रैमा सेन और अभिषेक सिंह (Raima Sen और Abhishek Singh)
Producer – TG Vishwa Prasad
“माँ काली: द मदरलैंड स्टोरी” न केवल एक फिल्म है, बल्कि यह भारतीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना को पुनः जीवित करने का प्रयास है। यह फिल्म हमें उस समय की कठिनाइयों और संघर्षों को समझने का मौका देती है, जिसने हमारे देश के भविष्य को आकार दिया।
फिल्म का टीज़र देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाने वाली है। यह फिल्म न केवल इतिहास प्रेमियों के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए है जो भारतीय संस्कृति और इतिहास में रुचि रखता है। “माँ काली: द मदरलैंड स्टोरी” निश्चित रूप से एक अद्वितीय सिनेमाई अनुभव देने वाली है।