Lucknow में गौतमपल्ली इलाके में हुई एक महिला के आत्मदाह के प्रयास में नया मोड़ आया है। इस मामले में पुलिस ने वकील सुनील कुमार को गिरफ्तार किया है। महिला के मोबाइल से मिली कॉल रिकॉर्डिंग ने मामले को उजागर किया है। दरअसल, 30 जुलाई से 6 अगस्त के बीच महिला और वकील के बीच 57 बार मोबाइल पर बातचीत हुई थी, जिसमें वकील महिला को आत्मदाह के लिए भड़काता रहा। रविवार को भी वकील ने महिला को लखनऊ भेजा था और उसे उन्नाव से पेट्रोल दिलाया था। पुलिस ने गंभीर धाराओं में वकील सुनील कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया है।
डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि मामले में महिला के मोबाइल की जांच की गई तो उसमें तमाम कॉल रिकॉर्डिंग मिली हैं।
आत्मदाह का प्रयास और पुलिस की जांच
गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कॉल रिकॉर्डिंग से साफ होता है कि वकील ने महिला को आत्मदाह के लिए उकसाया था। महिला ने जनता दरबार के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस और स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया।
पुलिस ने आरोपी वकील सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि महिला के मोबाइल से मिले सबूतों के आधार पर वकील को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी सुनील कुमार मूलतः उन्नाव के रहने वाले हैं।
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घटना के अन्य पहलू
महिला को आत्मदाह के लिए उकसाने के पीछे की वजह जानने के लिए पुलिस गहन जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि वकील और महिला के बीच कई बार बातचीत हुई थी, जिसमें वकील ने महिला को आत्मदाह के लिए प्रेरित किया।
महिला इस वक्त अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने महिला के मोबाइल की जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए हैं, जो इस मामले में अहम साबित हो सकते हैं।
ग्रेटर नोएडा में रिटायर्ड अधिकारी की हत्या
ग्रेटर नोएडा के बिसरख इलाके में एक पार्क में गोलियां चलने की खबर से सनसनी फैल गई। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां एक बुजुर्ग की लाश पड़ी थी। जांच में पता चला कि मृतक गृह मंत्रालय का रिटायर्ड अधिकारी था।
मर्डर की गुत्थी
पुलिस को सूचना मिली कि एक पार्क में गोलियां चली हैं। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो वहां एक बुजुर्ग व्यक्ति की लाश मिली। मृतक की पहचान हरि प्रकाश के रूप में हुई, जो गृह मंत्रालय के रिटायर्ड अधिकारी थे। हरि प्रकाश घर से पार्क में टहलने के लिए निकले थे, लेकिन कुछ बदमाशों ने पार्क में उन्हें गोली मार दी।
हत्या के पीछे का मकसद
पुलिस के सामने अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि हत्या के पीछे का मकसद क्या था। 68 साल के बुजुर्ग की किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है, यह पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा। पुलिस आसपास के सीसीटीवी खंगाल रही है और जल्द ही कातिलों को पकड़ने का दावा कर रही है।
मथुरा एनकाउंटर: एक लाख का इनामी बदमाश ढेर
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मथुरा में एक खतरनाक अपराधी पंकज यादव को मार गिराया। पंकज यादव पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था और उसके खिलाफ कई संगीन मुकदमे दर्ज थे।
एनकाउंटर की कहानी
एसटीएफ को मुखबिर से खबर मिली थी कि पंकज यादव मथुरा में मौजूद है। खबर मिलते ही एसटीएफ एक्टिव हो गई और पंकज यादव की घेराबंदी शुरू कर दी। पंकज यादव ने एसटीएफ पर फायरिंग की, जिसके बाद जवाबी फायरिंग में उसे मार गिराया गया। पंकज यादव पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी के कई मुकदमे दर्ज थे।
पंकज यादव का अपराधी जीवन
पंकज यादव एक कुख्यात अपराधी था, जिसने कई संगीन अपराध किए थे। वह मऊ जिले में ठेकेदार मन्ना सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। पुलिस और एसटीएफ लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी। उसकी मौत के बाद पुलिस ने दावा किया है कि पूर्वांचल में अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बची है।
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उत्तर प्रदेश में हालिया घटनाएं अपराध की गंभीरता को उजागर करती हैं। लखनऊ में महिला आत्मदाह के प्रयास और ग्रेटर नोएडा में रिटायर्ड अधिकारी की हत्या से पुलिस की चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। वहीं, मथुरा में एक खतरनाक अपराधी की मौत से पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इन घटनाओं से साफ होता है कि अपराधियों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है और कानून का शिकंजा मजबूत होता जा रहा है। पुलिस की तत्परता और सक्रियता अपराधियों के हौसले पस्त कर रही है।
इस प्रकार, इन घटनाओं ने उत्तर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की कार्यवाही से यह स्पष्ट है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।