---Advertisement---

Lucknow News: सहारा इंडिया में 700 फर्जी कंपनियों का पर्दाफाश: ईडी की रेड में 2.98 करोड़ कैश मिला!

Lucknow में सहारा के ठिकानों पर ईडी की रेड चिटफंड घोटाले की जांच
---Advertisement---

लखनऊ/कोलकाता: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बुधवार को शुरू हुई ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की छापेमारी शुक्रवार को समाप्त हो गई। यह छापेमारी सहारा इंडिया ग्रुप की हमारी इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के विभिन्न कार्यालयों पर की गई। तीन दिनों तक चली इस छापेमारी के दौरान ईडी ने सहारा के 6 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें महत्वपूर्ण सबूत और दस्तावेज बरामद किए गए।

रेड का विस्तृत विवरण

ईडी की टीम ने लखनऊ के कपूरथला स्थित सहारा के कार्यालय से 2.98 करोड़ रुपये नगद बरामद किए। इसके अलावा, 12 पेन ड्राइव, 20 से अधिक कंप्यूटर हार्ड डिस्क और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी कब्जे में लिए गए। इन दस्तावेजों में चार कारखानों, गहनों, वाहनों और अन्य चल-अचल संपत्तियों से संबंधित जानकारी शामिल थी। इस छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने सहारा के पदाधिकारियों से भी पूछताछ की, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।

संपत्तियों की खोज और दस्तावेजों का खुलासा

सहारा इंडिया के कपूरथला कार्यालय में छापेमारी के दौरान, ईडी की टीम ने लगभग 12 कमरे के ताले तोड़े और 700 से अधिक फर्जी कंपनियों के दस्तावेज भी बरामद किए। इन दस्तावेजों में डिजिटल डेटा भी शामिल था, जिसे 12 पेन ड्राइव में संग्रहीत किया गया था। इसके अलावा, टीम ने कई संपत्तियों की रजिस्ट्री और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए।

ईडी की कार्रवाई और पूछताछ

ईडी ने सहारा के पदाधिकारियों से इन संपत्तियों और दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। अधिकारियों ने बताया कि इन दस्तावेजों की जांच के बाद जल्द ही कोलकाता में सोसाइटी और कंपनियों से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई का उद्देश्य सहारा इंडिया की संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की जांच करना है।

सहारा इंडिया की संपत्ति और व्यापार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सहारा इंडिया के पास कुल 259900 करोड़ रुपये से अधिक की निजी संपत्ति है। इसके पास करीब 30970 एकड़ का लैंडबैंक है और देशभर में 5000 से अधिक ऑफिस यूनिट्स हैं। इस विशाल संपत्ति और व्यापारिक नेटवर्क के बावजूद, सहारा इंडिया पर वित्तीय अनियमितताओं और फर्जीवाड़े के आरोप लगते रहे हैं।

ईडी की जांच और संभावित कार्रवाई

ईडी की इस छापेमारी के बाद, सहारा इंडिया के खिलाफ आगे की जांच और कार्रवाई की संभावना है। अधिकारियों का कहना है कि बरामद दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की गहन जांच के बाद, सहारा के पदाधिकारियों और संबंधित लोगों से और भी पूछताछ की जाएगी। ईडी का उद्देश्य सहारा इंडिया के वित्तीय लेन-देन और संपत्तियों की सही स्थिति का पता लगाना है।

सहारा इंडिया का इतिहास

सहारा इंडिया ग्रुप की स्थापना 1978 में सुब्रत रॉय सहारा द्वारा की गई थी। यह कंपनी विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है, जिनमें वित्तीय सेवाएं, रियल एस्टेट, मीडिया और मनोरंजन शामिल हैं। सहारा इंडिया पर समय-समय पर वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोप लगते रहे हैं, जिनके चलते इसे कई बार कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा है।

जनता की प्रतिक्रिया

इस छापेमारी के बाद, जनता के बीच मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखी जा रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सहारा इंडिया के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई लंबे समय से अपेक्षित थी, जबकि अन्य लोगों को चिंता है कि इस कार्रवाई का असर कंपनी के कर्मचारियों और निवेशकों पर पड़ेगा।

सहारा इंडिया की प्रतिक्रिया

सहारा इंडिया ने अभी तक इस छापेमारी और आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। कंपनी के प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि वे इस मामले पर बाद में बयान जारी करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सहारा इंडिया हमेशा से कानून का पालन करने वाली कंपनी रही है और आगे भी करेगी।

निष्कर्ष

ईडी की इस छापेमारी ने सहारा इंडिया की वित्तीय स्थिति और संपत्तियों पर कई सवाल खड़े किए हैं। अब यह देखना होगा कि इस जांच के परिणामस्वरूप कंपनी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है और इसका असर सहारा इंडिया के व्यापार पर कितना पड़ता है। इस बीच, जनता और निवेशकों को उम्मीद है कि ईडी की जांच से सही तस्वीर सामने आएगी और दोषियों को सजा मिलेगी।

Lucknow में शर्मनाक घटना: शादी के नाम पर युवती से दुष्कर्म, 18 लाख की ठगी!

समाप्ति

यह घटना सहारा इंडिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। ईडी की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि वित्तीय अनियमितताओं के मामलों में सरकार और संबंधित एजेंसियां कड़ी कार्रवाई करने को तैयार हैं। अब यह देखना बाकी है कि इस छापेमारी के बाद सहारा इंडिया के भविष्य पर क्या असर पड़ता है और कंपनी अपने निवेशकों का विश्वास कैसे बहाल करती है।

बाकी आप लोगों का इस आर्टिकल के बारे में क्या कहना है, कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करिएगा।

Join WhatsApp

Join Now
---Advertisement---

Leave a Comment