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BCCI : विश्व का सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड कैसे बना? किसको कितना मिला 125cr में से ?

BCCI की चौंकाने वाली घोषणा 125 करोड़ रुपये का इनाम, जानें वितरण का पूरा प्लान
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) आज विश्व का सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड है। हाल ही में बीसीसीआई ने भारतीय टीम की विश्व कप 2024 में जीत पर 125 करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है। आइए जानते हैं, बीसीसीआई के इस सफर के पीछे की कहानी।

125 करोड़ रुपये की इनामी राशि का वितरण

BCCI ने भारतीय टीम की टी20 विश्व कप 2024 में जीत पर 125 करोड़ रुपये की इनामी राशि की घोषणा की है। इस राशि का वितरण इस प्रकार किया जाएगा:

  1. टीम के प्रत्येक खिलाड़ी: 5 करोड़ रुपये
  2. मुख्य कोच राहुल द्रविड़: 2.5 करोड़ रुपये
  3. रिजर्व खिलाड़ी: 1 करोड़ रुपये

आरंभिक समय और कठिनाइयाँ

बीसीसीआई की स्थापना 1928 में हुई थी, लेकिन 1990 के दशक तक यह बोर्ड आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहा था। उस समय, क्रिकेट प्रसारण केवल दूरदर्शन पर होता था, जिसके लिए BCCI को प्रति मैच 5 लाख रुपये चुकाने पड़ते थे।

जगमोहन डालमिया का योगदान

बीसीसीआई के वित्तीय परिवर्तन में एक बड़ा मोड़ तब आया जब जगमोहन डालमिया ने बीसीसीआई के सचिव का पद संभाला। 1993 में, डालमिया और उनके सहयोगी आई.एस. बिंद्रा ने दूरदर्शन के खिलाफ कानूनी लड़ाई जीतकर बीसीसीआई को प्रसारण अधिकार बेचने की अनुमति दी। इससे BCCI ने निजी चैनलों को प्रसारण अधिकार बेचना शुरू किया और इसका परिणाम हुआ बढ़ती हुई दर्शक संख्या और भारी राजस्व।

मीडिया अधिकारों का विकास

मीडिया अधिकार बीसीसीआई की आय का सबसे बड़ा स्रोत बन गए। नवीनतम वित्तीय वक्तव्यों के अनुसार, बीसीसीआई की वार्षिक आय का 50% से अधिक हिस्सा मीडिया अधिकारों से आता है। इसके अलावा, भारत में क्रिकेट के बढ़ते प्रसार और बढ़ते मध्यम वर्ग ने स्पॉन्सरशिप के जरिए भी बीसीसीआई को भारी मुनाफा कमाने का मौका दिया।

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का प्रभाव

2008 में शुरू हुए IPL ने बीसीसीआई की वित्तीय स्थिति को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया। आईपीएल आज विश्व की सबसे अधिक वाणिज्यिक सफलता प्राप्त करने वाली क्रिकेट लीग बन चुकी है। 2022 में, IPL से बीसीसीआई ने 2400 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की। 2023 में शुरू हुई महिला IPL ने भी बीसीसीआई की आमदनी में बड़ा योगदान दिया है।

TAX छूट और परोपकारी स्थिति

बीसीसीआई की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाने में इसका कर मुक्त दर्जा भी महत्वपूर्ण रहा है। एक परोपकारी संगठन के रूप में पंजीकृत होने के कारण, बीसीसीआई को अपनी आय पर कर नहीं देना पड़ता। इससे बीसीसीआई को अपनी कमाई को भारतीय क्रिकेट के विकास में पुनः निवेश करने का मौका मिलता है।

बड़ी Sponsorship Deals 

बीसीसीआई ने अपने खेल को बाजार में स्थापित करने में भी बड़ी भूमिका निभाई है। विभिन्न बड़ी कंपनियों ने क्रिकेट मैचों के स्पॉन्सरशिप में निवेश किया है। उदाहरण के लिए, डिज्नी स्टार ने 2024 के आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के लिए 19 स्पॉन्सरशिप डील्स की घोषणा की थी।

विश्व कप 2024 की जीत और बीसीसीआई का निर्णय

2024 के विश्व कप में भारतीय टीम की जीत ने पूरे देश को गर्वित कर दिया है। इस ऐतिहासिक जीत पर बीसीसीआई ने टीम को 125 करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है। यह बीसीसीआई की विशाल वित्तीय शक्ति का प्रतीक है।

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निष्कर्ष

बीसीसीआई की सफलता की कहानी न केवल भारतीय क्रिकेट के विकास की गाथा है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि कैसे सही नेतृत्व, रणनीतिक निर्णय और बाजार की समझ किसी संगठन को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा सकती है। बीसीसीआई ने अपने संघर्षों से उभरते हुए विश्व का सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड बनने का गौरव हासिल किया है, और यह यात्रा आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगी।

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