Meerut News – बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में आज Meerut शहर में बंद का आह्वान किया गया है। इस बंद का नेतृत्व संयुक्त व्यापार संघ कर रहा है, जिसने सभी व्यापारियों और संगठनों से बंद का समर्थन करने की अपील की है। इसके चलते आज दोपहर एक बजे तक सभी मुख्य बाजार बंद रहेंगे।
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व्यापार संघ का आह्वान और समर्थन
संयुक्त व्यापार संघ ने इस बंद का आह्वान बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में किया है। इस बंद को डाक्टर एसोसिएशन और स्कूल एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है। डाक्टर एसोसिएशन ने घोषणा की है कि दोपहर एक बजे तक सभी डॉक्टर्स अपनी OPD सेवाएं नहीं देंगे। वहीं, स्कूल एसोसिएशन ने भी अपने स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है।
संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष ने बताया कि वे लगातार व्यापारियों से बंद का समर्थन करने की अपील कर रहे थे, ताकि वे बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठा सकें। व्यापार संघ का मानना है कि इस बंद के माध्यम से वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित कर सकते हैं।
बंद का प्रभाव
बंद का असर सुबह से ही Meerut के मुख्य बाजारों में देखने को मिला। सभी प्रमुख बाजार जैसे सोहराब गेट, शास्त्रीनगर, वेदव्यासपुरी और बेगमपुल में दुकानें बंद रहीं। व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर इस बंद का समर्थन किया। बंद के दौरान पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
व्यापार संघ के अनुसार, यह बंद शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है और वे सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी प्रकार की हिंसा या अशांति न हो। उन्होंने यह भी कहा कि यह बंद मात्र एक प्रतीकात्मक विरोध है और इसके माध्यम से वे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।
डॉक्टरों और स्कूलों का समर्थन
डाक्टर एसोसिएशन ने इस बंद का समर्थन करते हुए घोषणा की कि वे दोपहर एक बजे तक अपनी OPD सेवाएं बंद रखेंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि यह बंद उनके समर्थन का प्रतीक है और वे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठाना चाहते हैं।
स्कूल एसोसिएशन ने भी इस बंद का समर्थन करते हुए अपने स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि वे इस बंद का समर्थन इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वे भी इस गंभीर मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त करना चाहते हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों की खबरें पिछले कुछ समय से लगातार आ रही हैं। वहाँ के हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले हो रहे हैं, उनकी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया जा रहा है, और उन्हें जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। इन घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है और कई संगठनों ने इसकी निंदा की है।
भारत में भी इन घटनाओं के विरोध में कई प्रदर्शन हो चुके हैं। कई शहरों में हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों की निंदा की है और भारतीय सरकार से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की मांग की है।
संयुक्त व्यापार संघ का संदेश
संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष ने कहा कि यह बंद एक प्रतीकात्मक विरोध है और इसके माध्यम से वे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे को गंभीरता से ले और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए ताकि वहाँ के हिंदू समुदाय को सुरक्षा मिल सके।
व्यापार संघ ने सभी व्यापारियों से अपील की है कि वे इस बंद का समर्थन करें और बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठाएँ। उन्होंने कहा कि यह बंद सिर्फ एक दिन का नहीं है, बल्कि यह एक संदेश है कि वे इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे और अपने समुदाय के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ेंगे।
शांति और सहयोग की अपील
व्यापार संघ ने सभी व्यापारियों और संगठनों से शांति और सहयोग बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह बंद एक शांतिपूर्ण विरोध है और वे नहीं चाहते कि किसी भी प्रकार की हिंसा या अशांति हो। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि यह बंद एक सकारात्मक संदेश दे और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करे।
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Meerut में आज का बंद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में किया गया है। संयुक्त व्यापार संघ, डाक्टर एसोसिएशन और स्कूल एसोसिएशन के समर्थन से यह बंद सफल रहा है। यह बंद एक प्रतीकात्मक विरोध है और इसके माध्यम से व्यापार संघ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित करने की कोशिश की है।
बंद का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाना और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचने के लिए प्रेरित करना है। व्यापार संघ ने सभी व्यापारियों से इस बंद का समर्थन करने और शांति बनाए रखने की अपील की है ताकि उनका संदेश प्रभावी ढंग से पहुंच सके।