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तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा का वायरल वीडियो: पार्टी, पिस्तौल और सस्पेंशन का पूरा मामला

तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा का वायरल वीडियो: पार्टी, पिस्तौल और सस्पेंशन का पूरा मामला
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तिहाड़ जेल, जो देश की सबसे बड़ी और सख्त जेलों में से एक है, इन दिनों एक अजीबोगरीब मामले के कारण चर्चा में है। यहां के असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट दीपक शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वह अपने दोस्तों के साथ एक बर्थडे पार्टी में नाचते और हवा में पिस्तौल लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होते ही दीपक शर्मा की जमकर किरकिरी हुई, और अंततः उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से।

पार्टी का आयोजन और वायरल वीडियो की शुरुआत

8 अगस्त की रात को दीपक शर्मा अपने कुछ दोस्तों के साथ एक बर्थडे पार्टी मना रहे थे। यह पार्टी दिल्ली के सिंहपुरी थाना क्षेत्र के पास स्थित घोंडा नामक इलाके में हो रही थी। दीपक शर्मा ने इस पार्टी में हिस्सा लिया और देर रात तक मस्ती का माहौल बना रहा। जैसे-जैसे रात गहरी होती गई, पार्टी का माहौल भी गर्माता गया। इसी दौरान किसी ने उनका वीडियो बना लिया, जिसमें दीपक शर्मा हाफ आस्तीन वाली शर्ट पहने हुए, हाथ में पिस्तौल लहराते और नाचते हुए नजर आ रहे थे।

पिस्तौल का प्रॉप की तरह इस्तेमाल

वीडियो में दीपक शर्मा ने जिस अंदाज में पिस्तौल को लहराया, उसने पार्टी का माहौल और भी रोमांचक बना दिया। हालांकि, फिल्मों में अक्सर पिस्तौल को नकली प्रॉप के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यहां ऐसा नहीं था। दीपक शर्मा के हाथ में असली पिस्तौल थी, जिसे वे बड़े ही सहज अंदाज में लहरा रहे थे। इस वीडियो के वायरल होने के बाद, दीपक शर्मा की इस हरकत को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर बहस छिड़ गई।

सोशल मीडिया पर बवाल और सवाल

जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए। सबसे बड़ा सवाल यह था कि क्या एक सरकारी अधिकारी, खासकर एक जेलर, को इस तरह से सार्वजनिक रूप से पिस्तौल का प्रदर्शन करना चाहिए? इस वीडियो में पिस्तौल का दुरुपयोग स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था, और यह बात लोगों के गले नहीं उतरी। कुछ सूत्रों का दावा है कि इस पार्टी में हवाई फायरिंग भी हुई थी, हालांकि इसका कोई प्रमाणिक वीडियो सामने नहीं आया। लेकिन जो वीडियो आया, वह दीपक शर्मा के लिए मुश्किलें खड़ी करने के लिए काफी था।

प्रशासनिक कार्रवाई और सस्पेंशन

किसी सरकारी अधिकारी द्वारा इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार का परिणाम तो होना ही था। जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, प्रशासन ने तत्काल एक्शन लेते हुए दीपक शर्मा को सस्पेंड कर दिया। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और एक विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। जेल विभाग द्वारा जारी एक ऑफिशियल ऑर्डर में लिखा गया, “सोशल मीडिया पर हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो ने दिल्ली के जेल विभाग का ध्यान खींचा है। विभाग ने गहराई से समीक्षा करने के बाद असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट दीपक शर्मा को सस्पेंड करने का फैसला लिया है।”

दीपक शर्मा का पूर्व रिकॉर्ड और विवाद

यह पहली बार नहीं है जब दीपक शर्मा सुर्खियों में आए हों। इससे पहले उन्होंने 200 करोड़ की ठगी के आरोपी सुकेश के बैरक में रेड करके भी सुर्खियां बटोरी थी। दीपक शर्मा ने निर्भया के दोषियों को फांसी तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी निभाई थी, जिसे लेकर उनकी काफी सराहना हुई थी। इसके अलावा, दीपक शर्मा के इंस्टाग्राम पर करीब 2 लाख फॉलोअर्स हैं, जो उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। लेकिन इस बार, वह अपने विवादास्पद वीडियो के कारण चर्चा में आए हैं।

जेलर दीपक शर्मा की प्रतिक्रिया

इस पूरे मामले पर दीपक शर्मा की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि उन्होंने अपनी इस हरकत से न केवल अपने करियर को खतरे में डाल दिया है, बल्कि जेल प्रशासन की साख को भी नुकसान पहुंचाया है। तिहाड़ जेल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के एक अधिकारी के लिए यह बेहद गंभीर मामला है, और आगे की जांच में और भी चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती हैं।

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इस पूरे मामले ने एक बार फिर से सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारियों और उनके आचरण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दीपक शर्मा का यह वीडियो एक स्पष्ट उदाहरण है कि कैसे व्यक्तिगत मस्ती और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार एक अधिकारी के करियर को बर्बाद कर सकता है। अब देखना यह है कि इस मामले में आगे क्या होता है और क्या दीपक शर्मा अपने इस कृत्य से सबक लेकर आगे बढ़ पाएंगे। तिहाड़ जेल प्रशासन की जांच और उसके परिणामों पर सभी की नजरें टिकी हैं। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि सरकारी अधिकारियों को अपने आचरण में हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि उनकी प्रतिष्ठा और उनके संस्थान की साख को नुकसान न पहुंचे।

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