---Advertisement---

Lucknow News: अकबरनगर फिर बनेगा?

Lucknow News अकबरनगर फिर बनेगा
---Advertisement---

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से इस वक्त की बड़ी खबर निकलकर आ रही है, जहां बताया जा रहा है कि राजधानी लखनऊ में अकबरनगर को लेकर फिर से आवाजें उठने लगी हैं। ऐसे में लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति की तरफ से अकबरनगर को फिर से बसाने की मांग उठाई गई है।

अकबरनगर को फिर से बसाने की मांग हुई तेज

अकबरनगर को फिर से बसाने की मांग शुरू हो गई है। पंतनगर, अबरार नगर, खुर्रम नगर, रहीम नगर, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी और स्कॉर्पियो क्लब पर बुलडोजर की कार्रवाई का प्रस्ताव खारिज होने के बाद यह मांग तेज हुई है। लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति ने सरकार से पूछा है कि उसे प्रदेश की जनता और लखनऊ के नागरिकों को बताना चाहिए कि उन्होंने अकबरनगर को क्यों बुलडोजर चला कर गिराया।

समिति की तरफ से कहा गया है कि जब सरकार और प्रशासन ने यह स्वीकार किया है कि 35 मीटर में ही कुकरैल रिवर फ्रंट बनेगा और यह भी बताया गया है कि फ्लड प्लेन एरिया जो 50 मीटर है उसका न तो कोई प्रस्ताव है और न ही कोई आवश्यकता है। ऐसे में अकबरनगर में नदी से 500 मीटर दूर तक के क्षेत्र को बुलडोजर लगाकर तहस-नहस करने का काम क्यों किया है और ये सवाल अब सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहे हैं।

रोजगार से वंचित हुए हजारों लोग

समिति की संयोजक मधु गर्ग ने कहा कि सरकार के बुलडोजर राज के कारण अकबरनगर के लोग अपने घर, मकान और रोजगार से वंचित हो गए। अभी भी सैकड़ों लोग आवास पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। यहाँ तक कि बसंत कुंज में जो आवास उन्हें आवंटित भी किया गया है, उसका पैसा मांगा जा रहा है। यही नहीं वहां सरकारी शिक्षा-स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है।

संघर्ष समिति की मांग

लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति का कहना है कि अभियान चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार से मांग की गई कि अकबरनगर को बुलडोजर से गिराने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उजाड़े गए परिवारों को मुआवजे के साथ अकबरनगर में फिर स्थापित करना चाहिए और लोगों के सम्मानजनक जीवन के लिए रोजगार व बुनियादी नागरिक सुविधाओं का इंतजाम करना चाहिए। बसंत कुंज आवासीय योजना में जो आवास दिए गए हैं उन्हें फ्री करना चाहिए।

Also Read: Bigg Boss OTT 3: घर के अंदर बाहरवाला कौन है ?

सहमति व्यक्त करने वाले प्रमुख लोग

प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त करने वालों में लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति रूप रेखा वर्मा, सपा की पूर्व मेयर प्रत्याशी वंदना मिश्रा, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रमेश दीक्षित, सीपीएम राज्य सचिव मंडल सदस्य मधु गर्ग, आईपीएफ के प्रदेश महासचिव दिनकर कपूर, इप्टा के राकेश, जागरूक नागरिक मंच की कात्यायनी, ट्रांस गोमती निवासी संघर्ष समिति के संयोजक राकेश मणि पांडेय, एपवा की मीना सिंह, अकबरनगर के इमरान राजा, डीवाईएफआई के दीप डे, शिक्षक संघ के अमित राय, सपा की शर्मिला महाराज, टीयूसीसी के प्रमोद पटेल, जसम के शानतम शामिल हैं।

आप लोगों का इस खबर के बारे में क्या कहना है, कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करिएगा।

Join WhatsApp

Join Now
---Advertisement---

Leave a Comment