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लखनऊ में डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ शिक्षकों का जोरदार विरोध प्रदर्शन

छह लाख शिक्षक सड़कों पर, डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में उठाई आवाज
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लखनऊ, उत्तर प्रदेश: बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश भर में लगभग 6 लाख शिक्षकों ने स्कूलों में डिजिटल हाजिरी दर्ज नहीं की और परंपरागत रजिस्टर पर ही हस्ताक्षर किए। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर अपने विरोध को दर्शाया और इसके बाद ही शिक्षण कार्य किया।

विरोध की शुरुआत

बेसिक विद्यालय उतरावां मोहनलालगंज में भी डिजिटल अटेंडेंस का विरोध किया गया। जिला अध्यक्ष डॉ. प्रभा कान्त मिश्रा ने परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर विरोध किया और सभी शिक्षकों से डिजिटल अटेंडेंस न लगाने की अपील की। उन्होंने बताया कि आज लगभग छह लाख शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया और डिजिटल हाजिरी नहीं लगाई।

शिक्षक संघ की बैठक और आगामी योजनाएं

शिक्षकों की मांगें और विरोध की योजना

शिक्षक संघ ने छह जुलाई को एक मीटिंग की जिसमें कुछ निर्णय लिए गए थे। इसी के अनुरूप, शिक्षकों ने आठ जुलाई से लेकर 14 जुलाई तक काली पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य करने का फैसला किया। 15 जुलाई को शिक्षक संघ जिलाधिकारी के पास जाकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगा। अगर इसके बाद भी शिक्षकों की मांगें नहीं मानी गईं, तो जुलाई के अंतिम सप्ताह में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय में अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यह प्रदर्शन प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी के नेतृत्व में होगा।

डिजिटल अटेंडेंस की समस्याएं

शिक्षकों की शिकायतें

शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने जल्दबाजी में डिजिटल अटेंडेंस को लागू कर दिया, लेकिन समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं। कई शिक्षकों का कहना है कि डिजिटल अटेंडेंस मशीन 7.45 बजे से 8.00 बजे तक ही खुलती है और अगर कोई शिक्षक एक मिनट भी लेट हो जाए तो वह बंद हो जाती है। यह शिक्षकों के साथ अव्यावहारिक तरीका है।

सॉफ्टवेयर और लोकेशन की समस्या

जिला कोषाध्यक्ष मनोज मौर्य ने बताया कि कंपोजिट विद्यालयों में टैबलेट दिए गए हैं, लेकिन कई जगहों पर ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने में समस्या आ रही है। सॉफ्टवेयर सही से काम नहीं कर रहा है जिससे डिजिटल अटेंडेंस नहीं लग पा रही है। इसके साथ ही लोकेशन की स्थिति को लेकर भी शिक्षक असंतुष्ट हैं।

विभिन्न जिलों में विरोध

गढ़ी जिन्दौर और अन्य विद्यालयों में विरोध

गढ़ी जिन्दौर के प्राथमिक विद्यालय, उन्नाव, बरेली, लखनऊ भतोइया सहित कई विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस का विरोध किया गया। शिक्षकों ने कहा कि डिजिटल अटेंडेंस के लिए सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों में समस्याएं हैं और यह शिक्षकों के लिए अतिरिक्त बोझ बन गया है।

शिक्षकों की माँगें और सरकार का रुख

शिक्षकों की मांगें साफ हैं: डिजिटल अटेंडेंस को लेकर समस्याओं का समाधान किया जाए और शिक्षकों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। सरकार ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन शिक्षकों का यह विरोध प्रदर्शन दिखाता है कि इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।

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डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में शिक्षकों का प्रदर्शन एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करना आवश्यक है ताकि वे अपने शिक्षण कार्य में बिना किसी बाधा के पूरी तरह से समर्पित हो सकें। सरकार को चाहिए कि वह शिक्षकों की मांगों पर गंभीरता से विचार करे और उनकी समस्याओं का समाधान करे।

आपका इस मुद्दे पर क्या कहना है? कृपया अपनी राय कॉमेंट बॉक्स में साझा करें और इस खबर को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि वे भी इस महत्वपूर्ण घटना के बारे में जान सकें।

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